Sunday, October 5, 2014

बचपन में अल्बम देखते थे.....


बचपन में अल्बम देखते थे - काला वाला जिसमे ब्लैक & व्हाईट फोटो क्लिप में लगाया हुआ - ऊपर से एक ट्रेस पेपर ! ओहो ..तो ई फलाना मौसी हैं - बगल में मौसी बैठी - फिर एक नज़र उनको देखना - तो कोई बेलबॉटम में नज़र आ गए - कोई चाचा - चौड़ा बेल्ट - छींटदार बुशर्ट ( शर्ट ) - बाप रे ..बडका हीरो रहे होंगे - मुकद्दर का सिकंदर वाला अमिताभ जैकेट पहन ! हा हा हा हा ...उन तस्वीरों को देख यही ख्याल आता था - इंदु फिल्म - शादी विवाह में कोई मौसा / मामा / चाचा टाईप आइटम लोग एक ट्राईपोड पर अपना कैमरा लगाए - ऐसे फोटो खींचते थे - जैसे बॉबी सिनेमा में यही थे - रात भर वैसा आइटम लोग जागता था - चाय पर चाय - शरबत पर शरबत आ रहा है - क्या वैल्यू होता था वैसा लोग का ! किसी मौसा को कोई मामा चिढ़ा दिया - का औरत के जमात के बैठे हुए हैं ...हुआ हंगामा ...आईये ..आप ही खींचिए फोटो ..अब मौसा जी रूठ गए ...हा हा हा हा ! 
फिर मेरा जेनेरेशन आया - कॉलेज का फोटो कलर होने लगा ! इंदु फिल्म की जगह कोडक आ गया - फुजी आ गया ! होस्टल में जिसके पास कैमरा - वो एकदम से अटैची के अन्दर छुपा के - कॉलेज का ट्रिप गया तो 'हलुक बानर' जैसा सबसे सुन्दर लड़की के पीछे - बगल में एक फोटो खींचा लिए - हो गया एक याद ..हा हा हा हा ...बाद में बीवी को बोल रहे हैं ..यही थी ...बीवी भी सोच रही है ..मेरा हसबैंड जैसा स्मार्ट कोई नहीं ....बकवास ! एक से एक आइटम ...कभी कभी लगता है ..इ सब काहे को इतना पढ़ा लिखा ...सब बेकार ! 
फिर शादी विवाह में विडियोग्राफी शुरू हुआ - आप विश्वास नहीं करेंगे - मैंने इस बिजनेस में भारत के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान से पास लोगों को पैसा बनाते देखा है - कंधा पर विडियो कैमरा रख - बगल में एक छोकरा लाईट लेकर - सिन्दूरदान होने का टाईम हो गया - कहाँ गया जी - कैमरा वाला - दे गाली..दे गाली ..कौन ठीक किया था ..जरुर से फलाना बाबू ..फलाना बाबु भी दो चार श्लोक सुन लिए ...पता चला ..कैमरावाला सिगरेट धूकने गया हुआ है....सिन्दूरदान का समय आगे बढ़ गया ! एकदम निर्लज्ज हो जाता था - कैमरावाला - "कोहबर" में घुस के भी फोटो ! 
सब ठीक है - पर जिसके घर शादी हुआ - वहां कुछ दिन बाद अगर गए तो चाय के पहले - मिठाई के पहले आपके लैप पर खूब मोटा मोटा चार - पांच अल्बम - देखिये न ..रंजन बाबु ...अब रंजन बाबु क्या फोटो देखें ..सब फोटो में खुद को खोज रहे हैं ..मिला तो ठीक ..वर्ना मन ही मन ..काहे को यहाँ / इनके घर आ गए ...अभी अल्बम देख ही रहे हैं ...तब तक कोई बच्चा विडियो कैसेट लेकर पहुँच गया ...अब तीन घंटा हिलना डुलना मना...:))
@RR - १ जुलाई - २०१३ 

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