Monday, September 29, 2014

मानसून कार रैली - पटना - गया - पटना ....


मानसून कार रैली - पटना - गया - पटना ....

परसों देर शाम बुखार होने के बाद भी - कल सुबह पांच बजे नींद खुद ब खुद खुल गयी - शेविंग तेविंग कर के - जींस टीशर्ट जूता मोजा गॉगल्स कस के - गाडी हांक दिए - रास्ता में अपने नेविगेटर अजय को भी उठा लिए ! स्पॉट पर सबसे पहले - बूंदा बांदी हो रही थी ...अभी अपनी डस्टर पार्क ही किये - पीछे से दो बड़ा बड़ा ऑडी - मन को शांती मिला - हम ही कुछ ज्यादा उत्साहित नहीं हैं - बाकी लोग भी है - फिर उसके बाद ..लोग आते गए ...गाडी सब नंबर के आधार पर क्यू में खड़ा हो गयी - बड़का हथुआ राज कोठी के हाता को भरते हुए ... नौ नबर हमलोग थे ! बारिश तेज़ होने लगी - सब कुछ धुंधला दिखने लगा - पर मेरा डार्क ब्लैक गॉगल्स अपनी जगह पर ही चिपका हुआ था ...हा हा हा ..:)) 
हर दो मिनट पर एक एक कर के गाडी सब का फ्लैग ऑफ होने लगा - कोडेड रूट चार्ट मिल गया था - ओडो मीटर को रिसेट कर लिया गया - गाँधी मैदान होते - बिस्कोमान से पीछे से गोलघर होते हुए राजा पुल - पतलून शो रूम होते - बोरिंग चौराहा होते हुए बेली रोड - डाकबंगला - रेडिओ पर अरजित सिंह बजने लगे - तुम ही हो - मेरे नेविगेटर अजय कलम पेन्सिल कागज़ कल्कुलेटर पर व्यस्त और कोडेड रूट चार्ट से मुझे दिशा निर्देश कर रहे थे - खूब तेज़ बारिश - हर दो मिनट पर रैली की कार ...सनसनाते हुए ..पटना की सडकों पर ...:)) 
कंकडबाग रोड होते हुए ....पटना गया रोड पर ...अब तक दो जगह पर मार्शल मिल चुके थे - ये काम कठिन है - मै खुद पंद्रह साल पहले - दो तीन रैली में मार्शल का काम कर चुका हूँ - घड़ी लेकर बैठना - जैसी ही कोई कार रस्सी को क्रोस की - जोर से "हिट" बोलना - फिर नेविगेटर का तेज़ी से दौड़ - अपने चार्ट में समय दर्ज - ये सब काम अजय बखूबी निभा रहे थे - हम बस मस्ती में गाडी हांक रहे थे - मसौढ़ी के पास - रूट कोड के चलते किसी और दिशा में गाडी मोड़ दिए - हम ही अकेले नहीं थे - दो तीन और लोग रास्ता भटक चुके थे - अजय जिद पर अड़ गए - वापस लौटो - हुआ झगडा हम दोनों में - हा हा हा हा ...खैर अजय सही थे - वापस मोड़ दुसरे रास्ते पर निकले - बारिश तेज ही थी ...जहानाबाद तक !
टाईम - स्पीड - डिस्टेंस के फॉर्मेट पर रैली थी - कभी अचानक से अजय बोलते - गाडी तेज़ करो - फिर कहते स्पीड का करो ...यही सब करते धराते - हम लोग गया शहर के जाम में फंस गए ... सब बुद्धि फेल हा हा हा हा ....खैर समय से कुछ मिनट लेट हमलोग एक बड़ी हवेली 'माल्या कोठी' पहुँच गए - और रैली समाप्त हुआ ! ग्रुप श्रूप फोटोग्राफी के बाद - बेहतरीन भोजन - कुछ एक लोगों से गुप्तगू - श्री राजेश्वर शाही जो बनारस / एलाहाबाद में विंटेज रैली करवाते हैं - पटना के ही श्री सुधांशु सिन्हा जी - जिनके पास खुद की छः मर्सिडीज और कुल 21 कारें - कुनाल जो रैली के लिए कलकत्ता से आये थे - कुछ एक लोग अपने परिवार के साथ - वो अपनी दुनिया में मस्त ! 
फिर वहां से रैली के सभी लोग करीब तीस गाड़ी एक साथ - आगे आगे माल्या कोठी के देवेश जी की विंटेज विल्ली लेफ्ट हैण्ड ड्राईव खुली जीप और सबसे पीछे ...अपने टाटा सफारी पर प्रणव शाही - उनकी कार में छः फीट लंबा एंटीना - दिल्ली का कोई भी काफिला - इस काफिले के आगे फेल था ..:)) 
बेहतरीन होस्पितलिटी - प्रणव सर दोनों पति पत्नी द्वारा - हर किसी पर ध्यान - हर किसी की जरुरत को समझते हुए - आयोजन ! 
शाम को हम और अजय बोधगया मंदिर निकल गए - काफी देर घुमा - अजय के कैमरे से कुछ तस्वीरें ली ...मन को शांती ...फिर देर शाम ..प्रणव सर से ...एक पार्टी रखा हुआ था ..कुछ एक लोग कराओके पर बेहतरीन गीत भी गाये ....मेरे ऊपर मंदिर का प्रभाव ज्यादा था - होटल लॉबी में ..एक सोफे पर काफी देर आराम किया ....बुद्ध को स्मरण किया ...
फिर से ...श्री प्रणव शाही सर - मगध मोटर स्पोर्ट्स क्लब के जनक श्री राजेश्वर शाही - श्री सुधांशु सिन्हा सर - और सभी स्पोंसर कंपनी ...और सभी प्रतियोगीओं को धन्यवाद ...मंगल को रिजल्ट निकलेगा ...
आज सुबह ब्रेकफ़ास्ट के बाद ...वापस ...अजय मेरे बगल ...सीट को डाउन कर के लेटे रहे ...और मै पुरे रास्ते ...बुद्ध को स्मरण ...."अनंत किर्ती' के साथ बुद्ध पैदा लिए होंगे ....तभी तो आज तक ज़िंदा हैं ....और उस मंदिर में प्रवेश के साथ ...इतनी शांती क्यों मिलती है ...और मन की शांती से बड़ी कुछ भी नहीं ....!


@RR - 6 July 2014 

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