Friday, September 26, 2014

बड़ी आरजू है ..

बड़ी आरजू है ..
तेरे बाज़ार में ..
बिन मोल बिक जाने की ..
बिन तौल बिक जाने की ..
हीरा भी एक पत्थर है ..
पारस भी एक पत्थर है ..
बड़ी आरजू है ..
तेरे बाज़ार में ....
एक पत्थर बन के ...
बिक जाने की ...
इश्क एक फकीरी है ...
बड़ी आरजू है ..
तेरी झोली में ..
पत्थर बन के छिप जाने की ...
हमेशा के लिए ..
तेरे हाथों बिक जाने की ...
~ RR
~ 25 October - 2013

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