Monday, September 29, 2014

एक सुबह आये......


एक सुबह आये ...बगैर फिक्र वाली ...खिड़की से झाँका तो ...बरसती बूंदों वाली....पुरे दिन को अपने ही स्वाद में घोलती...एक सुबह आये ...बगैर फिक्र वाली ..कोई शाम न आये ...आये तो सीधे रात आये ...उसी सुबह के आस में आये ....बगैर फिक्र वाली ...:))

@RR - १७ जुलाई - २०१४ 

No comments: